संतोष शुक्ल

गोंडा: एक दौर था जब नेता अपने का श्रेय और गलत बात की आलोचना करते थे। एक आज का समय है कि नेता में हर काम का श्रेय लेने और बिना किसी आधार के एक-दूसरे की आलोचना करने की होड़ से लगी है। ऐसा ही कुछ इन दिनों उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद के करनैलगंज विधानसभा सीट पर देखने को मिल रही है। करनैलगंज में बाईपास सड़क निर्माण के साथ 4 लेन की मंजूरी मिलने के बाद बीजेपी नेताओं में जहां इसका श्रेय लेने की होड़ लगी है वह विपक्षी खेमे को पर्यावरण की चिन्ता सताने लगी है।

करनैलगंज विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अजय सिंह बाईपास सड़क निर्माण के साथ 4 लेन की मंजूरी मिलते ही केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताकर यह साबित करने की कोशिश की है कि यह सब उनके प्रयासों से ही संभव हुआ है। वहीं बीजेपी खेमे में इसकों लेकर नाराजगी चल रही है। बीजेपी के एक बड़े नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि विधायक अजय सिंह की हर काम का श्रेय लेने की आदत पड़ गई है। जबकि क्षेत्र की जनता जानती है कौन सा काम किसके प्रयास से हो रहा है। वहीं पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने बाईपास सड़क निर्माण और 4 लेन की मंजूरी को औचित्यहीन बताते हुए कहा कि इसके निर्माण में कई पेड़ों को काटा जाएगा, जिससे पर्यावरण को नुकसान होगा। इससे ज्यादा जरूरी तो करनैलगंज क्षेत्र के सरयू और जहांगीरवा ओवर ब्रिज के जर्जर सरयू पुल के निर्माण का कार्य है।

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गौरतलब है कि एतिहासिक विरासत संजोये करनैलगंज विधानसभा सीट हमेशा से उपेक्षा का शिकार रहा है। करनैलगंज बाईपास सड़क निर्माण और 4 लेन की स्वीकृति मिलने के बाद अजय सिंह ने कहा कि गड्ढा मुक्त सड़क हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनते ही प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था। करनैलगंज में बाईपास न होने की वजह से यहां के लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। 4 लेन के बन जाने से जनता को जहां जाम से छुटकारा मिलेगा वहीं क्षेत्र का विकास होगा।

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