कानपुर: कानपुर हिंसा (kanpur violence) मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। हिंसा के आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम (police team) पर भीड़ ने हमला बोला दिया। हालांकि इन सबके बीच पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं दूसरे को भीड़ ने छुड़ा लिया है। इस दौरान पत्थरबाजी किए जाने की भी सूचना है, हालांकि पुलिस ने पत्थरबाजी की बात को खारिज कर दिया है। बता दें कि गत शुक्रवार जुमे की नमाज के बाद कानपुर के यतीमखाना क्षेत्र में हुए हिंसा (kanpur violence) और बवाल के मामले में पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी करने पहुंची थी। इस बीच भीड़ ने पुलिस टीम (police team) पर हमला बोल कर दो में से एक आरोपी को छुड़ा लिया।

गौरतलब है कि 3 जून को जुमे के नमाज के बाद मुस्लिम पक्ष की ओर से दुकान बंद कराने के विरोध में हुई हिंसा और उपद्रव के मामले में पुलिस पत्थरबाजी करने वालों पर शिकंजा कस रही है। पुलिस आरोपियों को चिन्हित कर चौराहों पर उनके पोस्टर भी लगवा रही है। आरोपियों के बारे में सूचना देने वालों को पुलिस पुरस्कृत भी करेगी। इसके अलावा जानकारी देने वालों का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा। वहीं इस बवाल के आरोपियों को सोमवार देर रात पकड़ने के लिए गई पुलिस टीम पर बजरिया थाना क्षेत्र के कंघी मोहाल में हमला कर दिया। भीड़ के इस हमले के बाद पुलिस एक ही आरोपी को पकड़ पाई, जबकि दूसरे को भीड़ ने छुड़ा लिया।

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चर्चा है कि इस दौरान भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव भी किया। फिलहाल घटना के बाद क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। बता दें कि पुलिस प्रशासन सीसीटीवी कैमरों और सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो से चिन्हित हुए उपद्रवियों में से दो को पकड़ने के लिए पुलिस टीम कंघी मोहाल गई थी। यहां पुलिस के पहुंचते ही भीड़ ने उनका रास्ता रोक लिया। हालांकि झड़प के बीच पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ भी लिया था, लेकिन भीड़ ने पुलिस टीम पर धावा बोलकर एक को छुड़ा लिया।

बता दें कि कानपुर हिंसा के बाद बरेली आदि शहरों को अलर्ट कर दिया गया है। क्योंकि कानपुर में जुमे की नमाज के बाद जिस तरह हिंसा की गई। उससे यही साबित होता है कि मुस्लिम पक्ष हिंसा के लिए पहले से तैयार था। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा रहा है कि मुस्लिमों की भीड़ ठेले पर पत्थर लादकर पुलिस व अन्य दुकानदारों पर पत्थरबाजी कर रही है। हालांकि इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं।

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