किन्नौर। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है और निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर अचानक एक पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया, जिसके चपेट में हिमाचल रोडवेज की बस समेत कई गाड़ियां आ गईं। एक महीने से भी कम समय में किन्नौर में भूस्खलन की यह दूसरी बड़ी घटना है। हिमाचल प्रदेश के रिकांगपिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही एचआरटीसी की बस चट्टानों के गिरने के कारण हादसे का शिकार हो गई है। बताया जा रहा है कि यह हादसा हिमाचल के किन्नौर जिले के पास निगुलसेरी में पहाड़ से मलबा गिरने के कारण हुआ है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 50-60 लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की और वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली। गृह मंत्री ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए और स्थिति का जायजा लेने के लिए आईटीबीपी के महानिदेशक से भी बात की।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिला भूस्खलन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। कई लोगों के फंसे होने की खबर है। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करने का अनुरोध करता हूं। अभी तक बस के चालक-परिचालक सहित 10 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। बाकी लोगों की तलाश जारी है। दो शव बरामद किए गए हैं। एसपी किन्नौर एसआर राणा ने यह पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू जारी है।

इससे पहले भी हुआ था हादसा

गौरतलब है कि 25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में एक पर्यटक वाहन आ गया था। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया था और 600 मीटर नीचे बास्पा नदी के किनारे दूसरी सड़क पर जा गिरा था।

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