Health News Today: गोंण्डा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय योग वेलनेस सेंटर पंडरी कृपाल गोंडा के तत्वावधान में प्रेरणा पार्क आवास विकास कॉलोनी गोंडा में योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी द्वारा आम-जनमानस को सर्दी से बचने के लिए योगाभ्यास करवाया गया। योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी ने कहा कि ऐसे तो ऋतु परिवर्तन होते ही लोग बीमारियों से जूझने लगते हैं, इन रोगों से मुक्त होने के लिए आजकल लोग योग को अपने जीवन में अपनाकर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे हैं।

योग एक प्राचीन व अनन्य तकनीक है जो हमें पूर्ण स्वस्थ रखने में पूर्णतया सक्षम है सर्दी के मौसम में योग द्वारा शरीर को गर्म रखने के लिए कई प्रकार की यौगिक क्रियाएं अपनाई जा सकती हैं, जिनसे सर्दी को शीर्षासन कराके भगा सकते हैं। इसी क्रम में योगाचार्य सुधांशु द्विवेदी ने बताया कि सूर्यभेदी प्राणायाम का अभ्यास करने से शरीर का तापमान बढ़ता है। इसमें दाहिने नाक के छिद्र से सांस भर कर बाएं से छोड़ते हैं। ऐसा करने से शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है।

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इस प्राणायाम को कम से कम पांच मिनट करना चाहिए एवं सर्दियों में होने वाले अंगों में जकड़न वह सुस्ती को दूर करने के लिए नियमित रूप से 12 से 25 बार सूर्य नमस्कार का योगाभ्यास अवश्य करें एवं मस्तिष्क तथा तंत्रिका तंत्र एवं पाचनतंत्र को एक्टिव रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण प्राणायाम जैसे -कपालभाति, अनुलोम विलोम एवं भ्रामरी प्राणायाम नितांत रूप से करें। अंत में योगाचार्य ने कहा नियमित रूप से गुनगुने पानी का सेवन करें। प्रत्येक दिन गर्म काढ़े का सेवन करें,गुनगुना पानी पीएं। सोंठ और गुड़ मिश्रित लड्डू खाएं।

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फेफड़े को ठंड से बचाने के लिए पीठ के नीचे गर्म पानी की थैली रखें और क्षमतानुसार भस्त्रिका प्राणायाम करें नाक में गाय का देशी घी या बादाम का तेल डाल सकते हैं। पेट साफ न होने से ठंड अधिक लगती है, इसलिए हरी सब्जी एवं शाक का सेवन अधिक करें। इस शिविर में दिलीप सिंह, डॉ राजेश श्रीवास्तव, डॉ शिवप्रताप वर्मा, शिव पूजन, अश्विनी कुमार, मनोज, सतीश सहित अन्य योगसाधक मौजूद रहेl

(गोंडा से आवेश अंसारी की रिपोर्ट)

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