नयी दिल्ली। अपनी फिरकी गेंदबाजी के दम पर बल्लेबाजों को नचाने वाले स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है। संन्यास की घोषणा हरभजन ने ट्वीटर पर शुक्रवार को की। हरभजन ने ट्वीट किया, ‘‘मैं उस खेल को अलविदा कह रहा हूं जिसने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है, सभी अच्छी चीजें भी समाप्त हो जाती हैं। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस 23 साल के लंबे सफर को बेहतरीन और यादगार बनाया।’’

इस 41 वर्षीय खिलाड़ी हरभजन ने अपने बेहतरीन करियर में 103 टेस्ट में 417 विकेट, 236 एकदिवसीय मैचों में 269 विकेट और 28 टी 20 आई में 25 विकेट लिए है। हरभजन ने 1998 में शारजाह में न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच से अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था। उन्होंने भारत के लिए मार्च 2016 में ढाका में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना आखिरी मैच खेला था। उन्होंने मार्च 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 32 विकेट लिये थे , जिसमें एक भारतीय द्वारा पहली टेस्ट हैट्रिक भी शामिल थी। यह उनके शानदार करियर के सबसे यादगार पलों में से एक है।

1998 में खेला पहला टेस्ट

पंजाब निवासी हरभजन ने अपना पहला टेस्ट मैच 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 2015 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। वहीं भज्जी ने अपना पहला वनडे मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ 1998 में खेला था। उनका आखिरी वनडे मुकाबला 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ था।

2016 एशिया कप में अपना आखिरी मुकाबला खेला था

2016 में हरभजन ने यूएई के खिलाफ एशिया कप में अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था। यही उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच भी था। IPL में हरभजन के नाम 163 मैच में 150 विकेट दर्ज है। वे मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं।

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