अहमदाबाद: शराब खराब है, पर यह कितना खराब है, इसका अंदाजा तब लगता है जब इसको पीकर लोग मरने लगते हैं। जहरीली शराब पीने से हर वर्ष सैकड़ों लोग असमय मौत के शिकार हो रहे हैं, बावजूद इसके शराब पीने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुजरात में बोटाद जिले के रोजिद गांव में शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। गुजरात में शराबबंदी होने के बावजूद यहां शराब पीने से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 लोग अस्पताल में जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं। वहीं मामला सामने आने के बाद भूपेन्द्र पटेल सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। सीएम पटेल ने आनन फानन में एक हाई लेवल मीटिंग की और अफसरों को आगे की कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।

गुजरात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक कुछ मरीजों की हालत गंभीर है। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लिया है। मामले की जांच में गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी शामिल हो गयी हैं। सूत्रों के मुताबिक शराब पीने से बिगड़ी हालत पर 30 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसमें अधिकतर लोगों को भावनगर में सर तख्तसिंहजी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। इनमें कुछ की हालत काफी नाजुक है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस सिलसिले में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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इलाज करा रहे एक पीड़ित की पत्नी के मुताबिक रविवार रात रोजिद गांव में शराब पीने के कुछ घंटे बाद ही उसके पति की हालत बिगड़ने लगी। वहीं, एक अन्य पीड़ित हिम्मतभाई, जो अब ठीक हो रहा है, उसने दावा किया कि रविवार की रात एक तस्कर से खरीदी गई शराब का सेवन करने के बाद ये सभी बीमार पड़ गए। उधर पुलिस महानिरीक्षक (भावनगर रेंज), अशोक कुमार यादव ने शाम को बोटाद सिविल अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि घटना की जांच करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक पद के अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा।

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