नई दिल्ली: दिल्ली की बेटी खनक कौशिक ने एक बार फिर अपनी कोशिश, प्रशिक्षण, धैर्य व एकाग्रता के बल पर तलवारबाजी खेल में अपना लोहा मनवा लिया और दिखा दिया की अगर छोटी उम्र में सही मार्गदर्शन, कोच और प्रशिक्षण मिल जाए तो कुछ भी किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ खनक ने 32वीं सीनियर राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में कर दिखाया है। यह प्रतियोगिता गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर में हो रही है। इस 15 वर्ष की खिलाड़ी ने अपने से उम्र में काफी बड़ी खिलाड़ियों को धूल चटाते हुए इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता।

तलवारबाज़ी में खनक कौशिक विगत चार वर्षों से राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हुई हैं। सन् 2022 फरवरी-मार्च में एशियन जूनियर एवं कैडेट तलवारबाजी चैंपियनशिप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उजबेगिस्तान के ताशकंत में खेलते हुए देश के लिए कांस्य पदक जीत कर सिद्ध कर दिया कि आपकी लगन ही आपके हौसलों की उड़ान को साकार करती है। वहीं सीनियर राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में तीसरे पायदान पर जीत से सिद्ध कर दिया कि योग्यता उम्र की मोहताज़ नहीं होती।

Khanak Kaushik

इस योग्यता को परखने व बढ़ाने का श्रेय खनक के गुरु मनोज कुमार को जाता है, जिनकी सलाह पर खनक ने इस खेल को चुना और शुरुआती तैयारी उनके साथ की। उसके बाद नेशनल टैलेंट हंट में चुने जाने के बाद स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के सेंटर नडियाद, गुजरात में रोशन थापा, दीपक सिंह पटियाल, और लॉकडाउन के दौरान गोकुल मालिक से व्यक्तिगत कोचिंग ले कर अपने खेल को निखारा और जो इसे लगातार तराशने का कार्य कर रहे हैं। खनक का सपना है हर बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए राष्ट्रगान के साथ अपने तिरंगे को लहराता हुए देखने का, क्योंकि भारत की शान ही उसका अभिमान है।

इसे भी पढ़ें: ऋषभ पंत ने कपिल देव का 40 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

Spread the news