कानपुर: साइबर ठग ठगी की वारदात करने के लिये नित नये पैंतरे इस्तेमाल कर रहे हैं। पैंतरे भी इतने शातिराना की अनपढ़ से लेकर पढ़े लिखे तक चकरा जाए। ताजे घटनाक्रम में साइबर ठगों ने एक दांतों के डाक्टर से ठगी कर ली। लेकिन साइबर अपराधी जितना तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं उतनी ही तेजी से कमिश्नरेट पुलिस की साइबर सेल अपराधियों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर रही हैं। साइबर सेल द्वारा सप्ताह भर के अंदर साइबर ठगों से पीड़ित तीन पीड़ितों से ठगा गया 3.92 लाख रुपये वापस करा दिया गया।

25 जुलाई को थाना स्वरूपनगर क्षेत्र की रहने वाली डॉ. विनीता सिंह दंत चकित्सक हैं। उन्होंने बताया कि एक आर्मी अफसर बनकर उनके पास एक फोन आया जिसमें व्यक्ति 99 आम जवानों के दांतों का चेकअप कराने की बात की। इस पर फोन करने वाले व्यक्ति ने चेकअप की फीस देने के नाम पर डाक्टर से क्यूआर कोड स्कैन करने को कहा। इसके तुरंत बाद ही चालू खाता से 1,40000 रुपए कट गए। जिसके बाद साइबर सेल द्वारा आवेदिका की शिकायत का तुरंत संज्ञान लेते हुए महिला आरक्षी सोनी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए साइबर सेल द्वारा आवेदिका का पूरा पैसा (1,40000) वापस करा दिया गया।

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दूसरे मामले में एसबीआई योनो एप अपडेट करने के नाम पर आए लिंक पर क्लिक करते ही खाते से ढाई लाख रुपये कट गये। पीड़ित देवेंद्र सिंह चौहान द्वारा कार्यालय आकर बताया कि उनके मोबाइल पर yono अपडेट के लिए लिंक आया लिंक पर क्लिक करते ही आवेदक के खाते से 237000 रुपए कट गए। जांच में पता चला कि कटा हुए पैसा आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड को गए थे। साइबर सेल द्वारा आईसीआईसीआई बैंक से संपर्क करके क्रेडिट कार्ड द्वारा पूरा पैसा वापस कराया गया।

तीसरे मामले में आवेदक अभिषेक कुमार द्वारा 29 जून को बताया गया कि आवेदक की बहन ने meeso app से समान मंगाया था जो उन्हें पसंद न आने पर वापस करने के लिए ऑनलाइन मोबाइल नंबर निकाल कर बात की और आवेदक की बहन से रिमोट एक्सेस एप डाउनलोड करा कर आवेदक के खाते से 15 हजार रुपए उड़ा दिये गये। जिसके बाद साइबर सेल द्वारा आवेदक की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुए आवेदक का पूरा पैसा (15000) वापस कराया।

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