प्रकाश सिंह

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान जिस बात का डर था अजमगढ़ में वही घटना हो गई। यहां देशी शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 44 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है अस्पताल में भर्ती कुछ लोगों की आंख की रोशनी चली गई है तो कुछ को डायलिसिस चल रहा है। इस घटना के सामने आने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं, आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराने और दामन पर लगे दाग को साफ करने के लिए इंस्पेक्टर नीरज सिंह, आबकारी सिपाही सुमन पांडेय और राजेंद्र प्रताप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। जिस ठेका की शराब पीकर लोगों की मौत हुई है बताया जा रहा है वह बाहुबली पूर्व सांसद और मौजूदा सपा प्रत्याशी रमाकांत यादव के भतीजे रंजेश का है। यह ठेका माहुल पुलिस चौकी के बगल में है।

इस मामले में विभागीय जांच शुरू हो गई है। माना जा रहा है अभी कुछ और लोगों पर इसकी गाज गिर सकती है। अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी ने सोमवार देर रात को बताया कि इस मामले में बताया कि मामले में विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

इन लोगों की गई जान

खबर लिखे जाने तक प्रशासन की तरफ से 7 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है, जबकि ग्रामीणों के मुताबिक 9 लोगों की जान गई है। मरने वालों में फेकू सोनकर (32) पुत्र दीप चंद्र सोनकर, झब्बू (45) पुत्र हुन्ना सोनकर, राम करन सोनकर (55) पुत्र लोटन, सतिराम (42) पुत्र हरिलाल, अच्छे लाल (40) पुत्र लोटन, बिक्रमा बिंद (50) पुत्र राजाराम, राम प्रीत यादव (55) पुत्र वासुदेव यादव का नाम शामिल है।

Azamgarh liquor scandal

ज्ञात हो कि आजमगढ़ में अहरौला थाना क्षेत्र के माहुल नगर पंचायत में सरकारी ठेका की शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 44 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सभी लोगों ने हाहुल बाजार के पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित सपा प्रत्याशी रमाकांत यादव के भतीजे की शराब ठेका से शराब का सेवन किया था। रविवार देर रात शराब पीने वालों की हालत बिगड़ने लगी। पेट दर्द के बाद लोगों को खून की उल्टियां होने लगीं। परिजनों ने आनन फानन में नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया।

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