रायपुर: एक समय था जब नेता गुंडागर्दी वाली छवि से जाने जाते थे, सोशली मीडिया और केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद यह काफी हद तक कम हो गया। केंद्र की मोदी सरकार नेताओं के काफिले में कटौती कर, गाड़ियों से बत्ती का रसूख हटवाकर यह संदेश दिया कि विधायक, सांसद व मंत्री जनता की वजह से वह बने हैं। लेकिन अभी भी कुछ नेता हैं जो अपनी गुंडागर्दी वाली हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक विनोद चंद्राकर की सामने आई है। विधायक ने गुंडागर्दी करते हुए सरकारी दफ्तर में घुसकर कर्मचारी के साथ मारीपीट की और उसकी आंख तक फोड़ दी।

जानकारी के मुताबिक मामला राज्य के महासमुद जिले का है। आरोप है कि विधायक विनोद चंद्राकर पने समर्थकों के साथ आबकारी कार्यालय में घुसकर सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट की है। इस मारपीट के दौरान एक कर्मचारी की आंख भी फूट गई है। वहीं सत्ता की हनक का असर यह है कि इस मामले में पुलिस ने अभी तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की है। आबकारी अधिकारी पर विधायक की मनमर्जी नहीं चल पा रही थी, जिससे खफा विधायक अपने समर्थकों के साथ आबकारी कार्यालय में घुसकर जमकर तांडव मचाया।

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​इस दौरान जिस कर्मचारी की आंख फूटी है वह यहां लिपिक के पद पर तैनात है। मारपीट की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक विनोद चंद्राकर मौजूद दिखाई दे रहे हैं। वहीं घायल कर्मचारियों ने मामले की थाने में लिखित शिकायत भी दी है, लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है। कर्मचारियों के मुताबिक विधायक शराब की दुकानों पर अपने मनमाफिक काम कराना चाहते हैं, जिसका विरोध करने पर वह गुंडई पर उतर आए।

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