लखनऊ। गणतन्त्र दिवस परेड (Republic Day Parade) को लेकर सिटी माॅन्टेसरी स्कूल में तैयारियों जोरों पर है। इस बार गणतन्त्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में सीएमएस की झाँकी सारे विश्व को ‘प्रभु महिमा’ का संदेश देगी। CMS इस वर्ष गणतन्त्र दिवस परेड में ‘मंगलमय है वह जगह जहाँ प्रभु महिमा गाई जाती है’ विषय पर झाँकी प्रस्तुत करने जा रहा है। सीएमएस की यह झाँकी एकता, शान्ति, सौहार्द व विश्व बन्धुत्व की भावना को एक सूत्र में पिरोकर एकता का आह्वान करेगी, साथ ही ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की महान संस्कृति एवं ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ की भावनाओं को जन-जन तक पहुँचाने की सार्थक अपील करेगी। उक्त विषयक जानकारी CMS के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने दी है।
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वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश देगी सीएमएस की झाँकी
हरि ओम शर्मा ने बताया कि सीएमएस की झाँकी पाँच भागों में हैं और सभी भाग एक अनूठे ढंग से ‘मानवता के कल्याण’ का संदेश दे रहे हैं। इस झाँकी के प्रथम भाग में ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश दिया गया है जबकि द्वितीय भाग में विभिन्न पूजा स्थलों के माध्यम से यह प्रदर्शित किया गया है कि सभी धर्मों का स्रोत एक ही परमपिता परमात्मा है। इसी छत के नीचे झाँकी गीत ‘मंगलमय है वह जगह जहाँ प्रभु महिमा गाई जाती है’ पर CMS छात्राएं नृत्य प्रस्तुत करेंगी। झाँकी के तृतीय भाग में वसुधैव कुटुम्बकम के प्रतीक प्रभु राम की जन्म स्थली अयोध्या में भव्य राम मंदिर द्वारा एकता के सपने को साकार होता दिखाया गया है।
झाँकी के चतुर्थ भाग में संत विनोबा भावे, स्वामी विवेकानंद, संत सूरदास, स्वामी रामतीर्थ, संत मदर टेरेसा, संत कबीर एवं धर्मगुरू दलाई लामा के माध्यम से विश्व मानवता से प्रेम करने का संदेश प्रसारित होगा। झाँकी के पाँचवे व अन्तिम भाग में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ तथा ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ की उदार भावना के अनुरूप विश्व मानवता के कल्याण हेतु एकता, शान्ति व सौहार्द का संदेश प्रसारित किया गया है।
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सम्पूर्ण विश्वसमाज को समर्पित होगी सीएमएस की झाँकी
शर्मा ने बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी 2022 को निकाली जाने वाली यह झाँकी सम्पूर्ण विश्वसमाज को समर्पित है और विश्व समाज में एकता की स्थापना हेतु प्रेम और प्यार से रहने के लिए प्रेरित कर रही है। झाँकी का निर्माण बड़े जोर-शोर से चल रहा है, जिसमें 50 से अधिक आर्किटेक्ट, इंजीनियर, कारपेन्टर व अन्य कार्यकर्ता दिन-रात जुटे हुए हैं।
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