Kavita: चल अंदर

सूरज बाहर, तारे बाहर, पवन अगन जल चंदा बाहर। महल अटारी, नौकर चाकर, धन-दौलत का धंधा बाहर। बप्पा बाहर अम्मा बाहर, नाना-नानी-मम्मा बाहर। बेटी-बेटा भगनी भाई, कामी और निक्कमा बाहर।…

Pandit Makhanlal Chaturvedi: ‘यह सुधार-समझौतों वाली मुझको भाती नहीं ठिठोली’

पं. माखनलाल चतुर्वेदी (Pandit Makhanlal Chaturvedi) और उनकी संपूर्ण जीवनयात्रा, आत्मसमर्पण के खिलाफ लड़ने वाले संपादक की यात्रा है। रचना और संघर्ष की भावभूमि पर खड़ी हुयी उनकी लेखनी में…

Kahani: सबसे ज्यादा सुखी कौन

Kahani: एक भिखारी किसी किसान के घर भीख माँगने गया। किसान की स्त्री घर में थी उसने चने की रोटी बना रखी थी। किसान आया उसने अपने बच्चों का मुख…

Kahani: भक्त के लिए भगवान का उपहार

Kahani: ईश्वर अपने हर भक्त को एक प्यार भरी जिम्मेदारी सौंपता है और कहता है इसे हमेशा सम्भाल का रखा जाय। लापरवाही से इधर-उधर न फेंका जाय। भक्तों में से…

Kavita: मुनिया कॉलेज जाना चाहती थी

मुनिया कॉलेज जाना चाहती थी मगर “गोल-गोल फूली हुई रोटी बनाना सीख लेना भी कोई पढ़ाई लिखाई से कम है क्या?” ऐसा आजी कहती है। बबुआ सपना बहुत देखता है!…

Kahani: ये कांच है हीरा नहीं

Kahani: एक राजमहल में कामवाली और उसका बेटा काम करते थे। एक दिन राजमहल में कामवाली के बेटे को हीरा मिलता है। वो माँ को बताता है। कामवाली होशियारी से…

Kavita: बहुत उदास मन

बहुत उदास मन नहीं लिख पाता सुंदर कविताएँ ना ही गुनगुना पाता है कोई मधुर गीत जो दे सके सुकून अंतरात्मा को बहुत उदास मन चाहता है मुक्ति स्वयं की…

Kahani: बिना मृत्यु के पुनर्जन्म

Kahani: एक चोर ने राजा के महल में चोरी की। सिपाहियों को पता चला तो उन्होंने उसके पदचिह्नों का पीछा किया। पीछा करते-करते वे नगर से बाहर आ गये। पास…

UPSC Prelims 2024: यूपीएससी प्रीलिम्स की तारीख में बदलाव, जानें अब कब होगा एग्जाम

UPSC Prelims 2024: लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही लोकतंत्र के पर्व की धूम मच गई है। राजनीतिक पार्टियां जहां प्रचार-प्रसार में जुट गई हैं, वहीं चुनाव के चलते अन्य…

Kavita: मैं जिसे पूरा समंदर चाहिए था

मैं जिसे पूरा समंदर चाहिए था एक क़तरा भी नहीं मिला मुझे ख्वाहिश थी खुद को ढूंढ लाने की फिर आइना भी, टूटा मिला मुझे ना मिलता तू तो जब्त…

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