Basti News: नगर पालिका परिषद का चुनाव खत्म हो चुका है और दस सीटों में पांच सीटों पर जीत कर भाजपा भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर बस्ती जनपद में स्थापित हुई है। भाजपा के इस जीत में तीन क्षत्रिय नेताओं का महत्वपूर्ण योगदान है, जिन्होंने विषम परिस्थितियों को सम कर दिया। और वे हैं अरविंद पाल, राना दिनेश प्रताप सिंह तथा सत्येंद्र सिंह भोलू।

बताते चलें कि अरविन्द पाल बनकटी से अपने प्रत्याशी को लड़ा रहे, जहां का जातीय समीकरण उनके प्रतिकुल रहा। सपा के प्रत्याशी का जातीय समीकरण देख कर कोई यह नहीं कह रहा था कि भाजपा यहां जीत सकती है। लेकिन अरविंद पाल के मैनेजमेंट और मेहनत की वज़ह से बड़ी जीत हासिल कर, यह बनकटी सीट उन्होंने भाजपा के झोली में सौंपी। वहीं दूसरी ओर नगर नगर पंचायत में भाजपा प्रत्याशी नीलम सिंह के लिए भी सीट आसान नहीं थी। वहां का जातीय समीकरण उनके विपरीत था, लेकिन उनके पति राना दिनेश प्रताप सिंह की सरलता और मेहनत का परिणाम है कि उन्होंने भाजपा के खाते में दिया।

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अब तीसरी सबसे महत्वपूर्ण और भाजपा के प्रतिष्ठा की सीट थी नगर पालिका परिषद बस्ती में वार्ड नंबर 11 पठान टोला की। जहां लगभग तीस साल से भाजपा अपना खाता नहीं खोल पाई थी और वहां अजीज ने 25 वर्षों से लगातार जीत हासिल कर अपने पास वह सीट रखें हुये थे। उनके पहले उनकी माता उसी सीट पर काबिज थी, लेकिन अबकी बार वहां के प्रभारी सत्येंद्र सिंह भोलू बने और उन्होंने अपने कुशल संचालन में भाजपा प्रत्याशी निर्मला देवी पत्नी प्रमोद गुप्ता को सभासद जिताया वरन, यहां चेयरमैन के पद पर भी भाजपा को सम्मान जनक मत प्राप्त हुए।

बस्ती में यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी जहां अधिकांश भाजपाई मठाधीश केवल कुर्ता टाइट कर फेसबुक और व्हाट्सएप पर गरज रहे थे, वहीं इन तीनों सिंहों ने धरातल पर समिकरण बना कर परिणाम अपने पक्ष में किया और भाजपा की जीत सुनिश्चित की।

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