आजमगढ़: स्वतंत्रता दिवस से पहले यूपी एटीएस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से आईएसआई से जुड़े आतंकी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आतंकी का नाम सबाउद्दीन आजमी बताया जा रहा है। सबाउद्दीन आजमी आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर विधानसभा का रहने वाला है। खबर है कि आतंकी सबाउद्दीन आजमी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विस्फोट की योजना बना रहा था। आतंकी के आईएसआई की रिक्रूटर से सीधे संपर्क में होने की भी बात सामने आ रही है। सबाउद्दीन आजमी आतंक और जिहाद के लिए आरएसएस के लोगों को निशाना बनाने की फिराक में था। जानकारी के मुताबिक आतंकी आजमी मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवाश करता था।

ओवैशी की पार्टी का सक्रिय सदस्य था आतंकी

जानकारी मिल रही है कि आतंकी आईएसआईएस के टेलीग्राम चैनल AL SAQR MEDIA के टेलीग्राम चैनल से जुड़ा हुआ है और ओवैशी की पार्टी एआईएमआईएम का भी सक्रिय सदस्य था। इसके अलाव वह भारत में आईएसआई की तरह इस्लामिक संगठन बनाने की तैयारी कर रहा था। वहीं यूपी एटीएस ने आतंकी के मंसूबों को नाकाम करते हुए आजमगढ़ से गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। हालांकि जिले के आला अधिकारी अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं, वहीं परिवार के लोग भी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: बवाल के बाद पुलिस की मौजूदी में निकला ताजिया

बताया जा रहा है सबाउद्दीन आजमी युवाओं का ब्रेनवाश करके उन्हें आईएसआईएस से जोड़ने की मुहिम में लगा था। सबाउद्दीन की फेसबुक से भी इसी तरह की जानकारी मिल रही है, जांच में यह भी पता चला कि यह फेसबुक के जरिए बिलाल नाम के आतंकी से बातचीत करता था और बिलाल ने ही उसे आईएसआईएस से जोड़ा था। सबाउद्दीन के जेहन में बिलाल ही कश्मीर में आतंकियों पर हो रही कार्रवाई और जिहाद का जहर घोल रहा था। वह कश्मीर में मुस्लिमों पर ज्यादती का बदला लेने के लिए अक्सर सबाउद्दीन उकसाया करता था।

आईईडी बनाने की लेता था ट्रेनिंग

चर्चा है कि बिलाल ने ही सबाउद्दीन को आईएसआईएस के सदस्य मूसा उर्फ खत्ताब कश्मीरी का मोबाइल नंबर देकर उससे संपर्क कराया था। मूसा ने सबाउद्दीन को सीरिया में रह रहे आईएसआईएस के सदस्य अबू बकर अल शामी का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया था। अबू बकर के जरिए सबाउद्दीन आईएसआईएस के रिक्रूटर और मुल्तानिया निवासी अबू उमर से जुड़ा। अबू उमर सोशल मीडिया के जरिए सबाउद्दीन को हैंड ग्रेनेड और आईईडी बनाने की ट्रेनिंग देता था। बताया जा रहा है सबाउद्दीन के निशाने पर आरएसएस के कई लोग थे और उनके नाम से मेल आईडी और फेसबुक अकाउंट भी बना रखे थे।

इसे भी पढ़ें: नीतीश की लात बार-बार भाजपा गर्व से क्यों खायी?

Spread the news