Ayodhya News: पुलिस (UPPolice) के दामन में इतने दाग हैं कि वर्दी अगर खाकी न होती तो हमारी पुलिस (UPPolice) देखने लायक तक न होती। ऐसा कोई अपराध नहीं है, जिसमें पुलिस (UPPolice) शामिल न हो। शायद यही वजह है, जैसे-जैसे पुलिस (UPPolice) और थाने बढ़ते गए, अपराध भी पनपता गया। हालांकि पुलिस (UPPolice) पर अपराध पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी है, लेकिन पुलिस (UPPolice) की वजह से बढ़ते अपराधों को रोकना होगा।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद से पुलिस (Ayodhya Police) का विभत्स चेहरा सामने आया है। यहां हाल के दिनों में पूराकलंदर थाने में भाजपा नेता से की गई अवैध वसूली के दाग अभी धूमिल भी नहीं हुए थे कि पटरंगा थाने के एक कांस्टेबल पर अपहरण व दुष्कर्म के आरोपी के परिजनों से 67 हजार रुपये घूस लेने का आरोप लगा है। इसका एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें सिपाही (UPPolice) पैसे लौटाने की बात करते सुना जा रहा है। फिलहाल मामले की जांच सीओ कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 23 अक्टूबर को पटरंगा थाना क्षेत्र के दफियापुर गांव से दो किशोरियां लापता हो गई थीं। पुलिस ने दोनों मामलों में अपहरण का केस दर्ज किया था। थानाध्यक्ष ने अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर हल्का दरोगा कमलेश गौतम व कांस्टेबल अंगद यति को किशोरियों का पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी। 27 अक्टूबर को दोनों किशोरियों को मवई चौराहे से बरामद कर लिया गया। मेडिकल व 164 के बयान के बाद पुलिस ने एक किशोरी को इस आधार पर आरोपी के साथ जाने दिया कि वह बालिग है और उसने आरोपी से शादी कर ली थी। किशोरी ने आरोपी के पक्ष में बयान भी दिया था।

वहीं दूसरे मामले में पुलिस ने एक नाबालिग आरोपी इरशाद को अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में यहीं से नया मोड़ आ गया। आरोपी इरशाद के परिजनों ने सीओ से शिकायत की कि सिपाही अंगद यति ने इरशाद के पिता को थाने लाकर उसे व उसके बेटे को छोड़ने के लिए डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। सिपाही ने ये रिश्वत दरोगा व एसएचओ के नाम पर मांगे है। आरोपी इरशाद के भाई जीशान का आरोप है कि सिपाही को 67 हजार रुपए दिया भी गया। इसके बावजूद भी पुलिस ने उसके भाई को जेल भेज दिया।

इसे भी पढ़ें: 115 रुपए सस्ता हुआ एलपीजी सिलेंडर

सिपाही का ऑडियो वायरल

शिकायत के बाद सीओ की जांच से हड़बड़ाए सिपाही ने एक बिचौलिये के माध्यम से मामला मैनेज कराने को कहने लगा, जिसका एक ऑडियो सोशल मीडिया में लीक हुआ है। वायरल ऑडियो में बातचीत के दौरान कथित सिपाही अंगद यति कह रहा है कि मुझे 20 हजार रुपए मिला था। इसमें से मेरे पास आठ हजार रुपए हैं, उसे वापस करवा दो, शेष 12 हजार भी दे देंगे। मामला किसी तरह मैनेज करा दो, नहीं तो ज्यादा से ज्यादा लाइन हाजिर या सस्पेंड होंगे। वहीं इस संदर्भ में पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष मिश्र ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

इसे भी पढ़ें: सरकारी कर्मचारी और भू माफिया से हैं परेशान तो यहां करें शिकायत

Spread the news