Aurangabad Income Tax Raid: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में ईडी और आईटी विभाग की सक्रियता ने देश के धनकुबेरों की बेचैनी बढ़ा दी है। अवैध तरीके से धन अर्जित करने वाले व इनकम टैक्स की चोरी करने नेता, नौकरशाह और व्यापारी सब जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं, वहीं लगातार जांच एजेंसियों की छापेमारी की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के साथ साथ भ्रष्ट लोगों के निशाने पर आ गए हैं। विपक्ष जहां जांच एजेंसियों की कार्रवाई को बदले की कार्रवाई बताकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, वहीं एक के बाद एक धन कुबेरों के यहां से बरामद हो रहे करोड़ों रुपए यह बता रहे हैं कि देश को लूटने में सबकी बराबर भागीदारी है। ईडी (ED) के बाद अब आयकर विभाग (Income Tax) का भी एक्शन शुरू हो गया है। आयकर विभाग ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के जालना (Jalna) और औरंगाबाद (Aurangabad) में छापेमारी की।

आयकर विभाग की ये छापेमारी औरंगाबाद में एक बिल्डर (Builder) और जालना में एक स्टील उत्पादन करने वाली कंपनियों (Steel Company) के मालिक के यहां की गई है। जानकारी के मुताबिक इस छापेमारी में आयकर विभाग ने 58 करोड़ रुपए कैश (Cash) और 32 किलो सोना (Gold) बरामद किया है। बरामद कैश को गिनने में आयकर विभाग को 13 घंटे लग गए।

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बताया जा रहा है जालना में जिन कंपनियों के मालिक के यहां छापेमारी की है वो 3 अगस्त को की है। आयकर विभाग ने SRJ Peety Steels Pvt. Ltd. और Kalika Steel Alloys Pvt. Ltd कंपनियों में छापेमारी की थी। आयकर विभाग को इस छापेमारी में 390 करोड़ रुपये की संपत्ति की जानकारी मिली जिसे जब्त कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक जालना में आयकर विभाग के 260 अधिकारियों ने छापेमारी की। आयकर विभाग ने छापेमारी के इस ऑपरेशन को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था। छापेमारी की आधिकारिक जानकारी किसी को नहीं दी गई थी। ये कार्रवाई 1 से 8 अगस्त के बीच की गई। आयकर विभाग की नासिक टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। आयकर विभाग के 260 कर्मचारी, 120 गाड़ियां और 5 टीमों ने मिलकर इस रेड को अंजाम दिया है।

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