नई दिल्ली: आर्यन ड्रग केस के मुख्य गवाह किरण गोसावी की गिरफ्तारी कर ली गई है। एनसीबी को आर्यन की गिरफ्तारी के बाद से किरण गोसावी की तलाश थी। हालांकि किरण गोसावी की गिरफ्तारी ड्रग मामले की जगह धोखाधड़ी के मामले में हुई है। इस बात की पुष्टि पुण्र पुलिस कमिश्नर ने की है। उन्होंने बताया कि किरण गोसावी क्रूज पार्टी ड्रग केस में एनसीबी के स्वतंत्र गवाह हैं। उन्हें हिरासत में लेकर धोखाधड़ी के मामले में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में वर्ष 2018 में उसके खिलाफ जारी किया गया था, तब से वह फरार चल रहा था।

इसी मामले में वर्ष 2019 में पुणे सिटी पुलिस ने उसे वांटेड घोषित कर दिया था। तब से वह फरार चल रहा था। इसके बाद क्रूड रेड के दौरान उसे एनसीबी के गवाह के रूप में देखा गया था। वहीं 14 अक्टूबर को पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। उधर एनसीबी गवाह किरण गोसावी ने गुहार लगाते हुए कहा है कि मंत्री या महाराष्ट्र से विपक्ष का कोई नेता को मेरे सपोर्ट में खड़ा होना चाहिए। उन लोगों को मुंबई पुलिस से अनुरोध करना चाहिए कि मेरी मांग क्या है (प्रभाकर जेल के सीडीआर और चैट जारी करने के लिए) इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा।

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गौरतब है कि किरण गोसावी वहीं शख्स है जो आर्यन खान के साथ सेल्फी लेते हुए देखा जा रहा है। हालांकि वह आत्मसर्पण के लिए लखनऊ भी आया था, लेकिन लखनऊ पुलिस के चलते वह आत्मसर्पण नहीं कर पाया। गोसावी के कथित ड्राइवर प्रभाकर सेल ने दावा किया था कि एनसीबी के एक अधिकारी, गोसावी व अन्य लोगों ने आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपए की मांग की थी। प्रभाकर के इस दावे के बाद एनसीबी के स्वतंत्र गवाह किरण गोसावी ने दावा किया था कि वह जल् लखनऊ में आत्मसमर्पण करेगा। गोसावी ने यह भी कहा कि आर्यन की गिरफ्तारी के बाद से उसे कॉल पर धमकी भी दी जा रही है।

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